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HEALTH TIPS

*सभी को स्वास्थ्य दिवस की शुभकामनाएं: याद रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें:  1. बीपी: 120/80  2. पल्स: 70 - 100  3. तापमान: 36.8 - 37  4. सांस : 12-16  5. हीमोग्लोबिन: पुरुष -13.50-18  स्त्री- 11.50 - 16   6. कोलेस्ट्रॉल: 130 - 200  7. पोटेशियम: 3.50 - 5  8. सोडियम: 135 - 145  9. ट्राइग्लिसराइड्स: 220  10. शरीर में खून की मात्रा: पीसीवी 30-40%  11. शुगर लेवल: बच्चों के लिए (70-130) वयस्क: 70 - 115  12. आयरन: 8-15 मिलीग्राम  13. श्वेत रक्त कोशिकाएं WBC:  4000 - 11000  14. प्लेटलेट्स: 1,50,000 - 4,00,000  15. लाल रक्त कोशिकाएं RBC: 4.50 - 6 मिलियन.  16. कैल्शियम: 8.6 -10.3 मिलीग्राम/डीएल  17. विटामिन D3: 20 - 50 एनजी/एमएल. 18. विटामिन B12:  200 - 900 पीजी/एमएल. *वरिष्ठ यानि 40/ 50/ 60 वर्ष  वालों के लिए विशेष टिप्स:* * 1- पहला सुझाव:* प्यास न लगे या जरूरत न हो तो भी हमेशा पानी पिएं, सबसे बड़ी स्वास्थ्य समस्याएं और उनमें से ज्यादातर शरीर में पानी की कमी से होती हैं। 2 लीटर न्यूनतम प्रति...

रोटियां

                            * रोटियां *🫓 एक विद्वान और उनके दोस्तों के बीच वार्तालाप हो रही थी। विद्वान ने कहा- रोटियां चार प्रकार की होती हैं। दोस्तों ने पूछा- कैसे? विद्वान ने कहा- पहली सबसे स्वादिष्ट रोटी मां की ममता और वात्सल्य से भरी हुई होती है, जिससे पेट तो भर जाता है, पर मन कभी नहीं भरता। एक दोस्त ने कहा- सोलह आने सच पर शादी के बाद मां की रोटी कम ही मिलती है विद्वान ने आगे कहा- हां, वही तो बात है। दूसरी रोटी पत्नी की होती है, जिसमें अपनापन और समर्पण का भाव होता है, जिससे पेट और मन दोनों भर जाते हैं। दूसरे दोस्त ने कहा- क्या बात कही है आपने। ऐसा तो हमने कभी सोचा ही नहीं। तीसरी रोटी किसकी होती है विद्वान ने कहा- तीसरी रोटी बहू की होती है, जिसमें सिर्फ कर्तव्य का भाव होता है, जो कुछ-कुछ स्वाद भी देती है और पेट भी भर देती है और वृद्धाश्रम की परेशानियों से भी बचाती है। थोड़ी देर के लिए वहां पर चुप्पी छा गई। फिर मौन तोड़ते हुए तीसरे दोस्त ने पूछा- लेकिन ये चौथी रोटी कौन सी होती है? विद्वान ने कहा- चौथी रोटी नौकरानी क...

ED : STORY

ED नोएडा के एक फाइवस्टार हॉस्पिटल में डॉक्टरों की टीम ने पेशेंट को तुरंत बायपास सर्जरी करवाने की सलाह दी.... पेशेंट बहुत नर्वस हो गया किंतु तुरंत तैयारी में लग गया..... . ऑपरेशन के पहले वाले सारे टेस्ट हो जाने के बाद डॉक्टर की टीम ने बजट बताया....18 लाख.... जो कि पेशेंट और परिवार वालों को बहुत ही ज्यादा लगा... . लेकिन... "जान है तो जहान है"... यह सोचकर वह फॉर्म भरने लगा... फार्म भरते भरते व्यवसाय का कॉलम आया तो आपरेशन की टेंशन....और रूपये के इंतजाम की उधेड़बुन में.... ना जाने क्या सोचते सोचते या पता नहीं किस जल्दबाजी में... उसने उस काॅलम के आगे "E.D." लिख दिया.... . और फिर... अचानक हॉस्पिटल का वातावरण ही बदल गया... . डॉक्टरों की दुसरी टीम चेकअप करने आयी... रीचेकिंग हुई... टेस्ट दोबारा करवाए गए... और... टीम ने घोषित किया कि ऑपरेशन की जरूरत नहीं है... मेडिसिन खाते रहिये ब्लाकेज निकल जायेगा। . पेशेंट को रवाना करने से पहले तीन महीने की दवाइयाँ फ्री दी गई और चैकअप और टेस्ट फीस में भी जबरदस्त 'डिस्काउँट' दिया गया....। ----------------------------------------------...