शिक्षक को कम न आंके
*एक बार आई.आई.टी. मुंबई के 4 छात्र देर तक ताश खेलते रहे और अगले दिन की परीक्षा की तैयारी नहीं कर सके।* *सुबह उन्हें एक युक्ति सूझी।* *वे खुद ग्रीस, धूल और गंदगी से सने हुए थे और डीन के पास जाकर बोले... कल रात अचानक तबीयत खराब होने के कारण वह एकमित्र अस्पताल ले गए थे। और वापस आते समय उनकी कार का टायर फट गया, हॉस्टल तक पहुंचने के लिए उन्हें पूरी रात कार को धक्का लगाना पड़ा। और वे इस हालत में परीक्षा नहीं दे सकते.* *डीन साहब को उनकी परेशानी का एहसास हुआ और उन्होंने सहानुभूति व्यक्त की और उन्हें 3 दिन का समय दिया...* *3 दिन बाद दोबारा परीक्षा में शामिल होने का विकल्प दिया गया।* *छात्रों ने विकल्प को सहर्ष स्वीकार किया और डीन को धन्यवाद दिया। और परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी।* *तीसरे दिन वह डीन के सामने उपस्थित हुआ। डीन ने कहा कि चूंकि यह एक _विशेष स्थिति परीक्षा_ थी, इसलिए चारों को अलग-अलग कक्षाओं में परीक्षा के लिए बैठना पड़ा।* *उन्होंने पिछले 3 दिनों में अच्छी तैयारी की थी इसलिए सभी सहमत हुए।* ...