कक्षा 11th अध्याय 4 PART - 2

प्रश्न - आयनिक बंध किसे कहते हैं ? आयनिक यौगिक के गुण लिखिए ।
उत्तर - आयनिक बंध - परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन के आदान प्रदान से बना बंध आयनिक बंध या विद्युतसंयोजी बंध  कहलाती है । तथा इस प्रकार बने यौगिक को  आयनिक यौगिक कहते हैं ।
उदाहरण - NaCl एक आयनिक यौगिक है इसमें Na अपना एक इलेक्ट्रॉन देता है और क्लोरीन इस इलेक्ट्रॉन ग्रहण को करता है ।

आयनिक यौगिकों की विशेषताएं - 
1. आयनिक यौगिक सामान्यतः दृढ़ क्रिस्टलीय ठोस होते हैं।
2. आयनिक यौगिकों का गलनांक एवं क्वथनांक उच्च होता है।
3. आयनिक बंध अदिशात्मक होते हैं।
4. आयनिक यौगिक ध्रुवीय विलायकों में विलेय होते हैं ।
5.आयनिक यौगिक जलीय विलयन में या पिघली हुई अवस्था में विद्युत के सुचालक होते हैं।

प्रश्न - सह संयोजी बंध किसे कहते हैं उदाहरण सहित लिखिए एवं सह संयोजी यौगिकों के गुण लिखिए ।

उत्तर - सहसंयोजी बंध - जब दो परमाणुओं के बीच इलेक्ट्रॉन की साझेदारी होती है तब जिस बंध का निर्माण होता है उसे सहसंयोजक बंध कहते हैं तथा जिन योगिकों में यह बंध पाया जाता है उन्हें सह संयोजी यौगिक कहते हैं ।
उदाहरण -  हाइड्रोजन अणु प्रत्येक हाइड्रोजन परमाणु के आपस में एक इलेक्ट्रॉन की साझेदारी से बनता है तथा साझेदारी के बाद इलेक्ट्रॉनिक विन्यास हीलियम परमाणु का विन्यास, हाइड्रोजन अणु प्राप्त कर लेता है।

सह संयोजक बंध के प्रकार - इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी के आधार पर सहसंयोजक बंध निम्न तीन प्रकार के होते हैं - 

1.एकल सहसंयोजक बंध - इसमें दो परमाणुओं के बीच 1-1 इलेक्ट्रॉन की साझेदारी होती है।
2. द्वि - सहसंयोजक बंध - इसमें दो परमाणुओं के बीच 2-2 इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी होती है ।
3. बहु सहसंयोजक बंध - जब दो परमाणुओं के बीच दो से अधिक इलेक्ट्रॉनों की साझेदारी होती है।

सह संयोजी यौगिकों की विशेषताएं या गुण- 

1. साधारण ताप व दाब पर सह संयोजक यौगिक प्रायः द्रव या गैस होते हैं।
2. इनके गलनांक और क्वथनांक आयनिक यौगिकों की अपेक्षा कम होते हैं ।
3. यह बंध दिशात्मक होते हैं।
4. यह योगिक अधुर्वीय होते हैं अतः  अधुर्वीय कार्बनिक विलायकों में विलेय हैं।
5. यह विद्युत के कुचालक होते हैं (ग्रेफाइट को छोड़कर)

प्रश्न - आयनिक यौगिक एवं सहसंयोजक यौगिक में अंतर लिखिए।
उत्तर - 
प्रश्न - उपसहसंयोजक बंध किसे कहते हैं ? उपसहसंयोजक यौगिकों के गुण लिखिए।

उत्तर - उप-सहसंयोजी बंध -दो परमाणुओं के मध्य बनने वाला वह बंध जो एक ही परमाणु द्वारा दिए गए इलेक्ट्रॉन युग्म के साझेदारी से बनता है उपसहसंयोजक बंध कहलाता है इस बंध को तीर के चिन्ह ( --->)द्वारा दर्शाया जाता है और जिन योगिकों में यह बंध पाया जाता है उन्हें उपसहसंयोजक योगिक कहते हैं ।उपसहसंयोजक बंध में तीर की दिशा दाता परमाणु से ग्राही परमाणु की ओर होती है ।
उदाहरण - सल्फर डाइऑक्साइड में उपसहसंयोजक बंध पाया जाता है ।

उपसहसंयोजक यौगिकों के गुण - 
1. यह जल में आंशिक रूप से तथा कार्बनिक विलायकों में पूर्ण रुप से घुलनशील होते हैं।
2. इनके गलनांक तथा क्वथनांक आयनिक की योगिकों से कम किंतु सहसंयोजक यौगिकों से उच्च होते हैं ।
3. यह सहसंयोजक बंध की भांति दैशिक प्रकृति का होता है।

श्री कोचिंग क्लासेस बेगमगंज
Chemistry by H.K SIR

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