Class 12th अध्याय 13 नाइट्रोजन युक्त यौगिक
प्रश्न - डाइएजोनियम लवण क्या है ? इनका नामकरण कैसे किया जाता है ? समझाइए।
उत्तर - डाइएजोनियम लवण - एरोमैटिक डाइएजोनियम लवण की खोज जॉन पीटर ग्रीस ने 1858 में की । इन का सामान्य सूत्र ArN2X होता है । जहां Ar एरिल समूह का संक्षिप्त रूप तथा X = Cl- , Br- , HSO4- , NO3- इत्यादि होता है ।
नामकरण - N2 डाइएजो समूह कहलाता है । इनका नामकरण मूल हाइड्रोकार्बन जिनसे इनकी व्युत्पत्ति होती है उसमें डाइएजोनियम प्रत्यय तथा एनायन का नाम लिख लगाकर किया जाता है ।
जैसे - C6H5-N2-Cl का नाम बेंजीन डाइएजोनियम क्लोराइड तथा C6H5-N2-HSO4 का नाम बेंजीन डाइएजोनियम हाइड्रोजन सल्फेट है ।
स्थायित्व - एरिल डाइएजोनियम लवण , एल्किल डाइएजोनियम लवण से ज्यादा स्थाई होता है । एरिल डाइएजोनियम लवण के स्थायित्व का कारण अनुनादी संरचनायें हैं , जिनमें धनावेश का विसरण पूरी बेंजीन रिंग पर होता है ।
डाइएजोनियम लवण बनाने की विधि - एरोमेटिक प्राथमिक एमीन की क्रिया सोडियम नाइट्राइट के ठंडे जलीय विलयन के साथ तनु खनिज अम्ल की उपस्थिति में 273 - 278 K कराने पर एरोमैटिक डाइएजोनियम लवण बनता है । इस अभिक्रिया को डाइएजोटीकरण अभिक्रिया कहते है ।
Ar-NH2 + NaNO2 + + 2HX ---> ArN2X + NaX + 2H2O
डाइएजोनियम लवण के भौतिक गुण -
1. यह रंगहीन क्रिस्टलीय ठोस होते हैं ।
2. यह जल में विलेय , एल्कोहल में अल्पविलेय , ईथर में पूर्ण अविलेय होते हैं ।
3. यह अस्थाई होते हैं यह ठोस अवस्था में प्राप्त नहीं किए जाते हैं , क्योंकि हवा में इनमें विस्फोट हो जाता है । अतः इन्हें विलयन अवस्था में उपयोग किया जाता है ।
डाइएजोनियम लवण के रासायनिक गुण -
1. हाइपो फास्फोरस अम्ल से क्रिया
2. क्युप्रस तथा हेलोजन अम्ल से क्रिया(सेंडमेयर अभिक्रिया)
3. KI के साथ अभिक्रिया
4. फ्लोओरोबोरिक अम्ल(HBF4) से क्रिया
5. एल्कोहॉल से क्रिया
6. KSH से क्रिया
7. एनिलीन से क्रिया
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