Motivational story
कोरोनाकाल की कहानी
☺️☺️
कल शहर में एक शादी का कार्यक्रम था, पता नहीं किसकी थी पर मेरा मन नहीं माना इसलिए कोट पैंट पहनकर पहुँच गया ।
जमकर खाया पिया मस्ती की परंतु जब लौटने लगा तो कुछ लोगों को शक हुआ और उन्होनें रोककर मुझसे पूछताछ शुरू कर दी कि तुम घराती हो या बराती। 🤔
मैने धैर्यपूर्वक जवाब दिया - ☺️*मैं एक शिक्षक हूं और सरकार ने मेरी ड्यूटी विवाह फंक्शन में आमंत्रित अतिथियों की गिनती करने में लगायी है* 🧐🧐
बस पूरा माहौल बदल गया और मुझे बड़े सम्मानपूर्वक बैठाया गया और लौटते समय मिठाई का डिब्बा भी दिया गया ।
😄😄😄😄😄😄😄😄
*शिक्षक कभी साधारण नहीं होता*
😎😎😎😎😎😎😎
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